जौनपुर:- मौलाना डा.अली अख्तर ने कहा कि अल्लाह व रसूल की रज़ा हासिल करने के लिए जरूरी है इंसान नेक अमल करे। अल्लाह व रसूल के बताये हुए रास्ते पर चलने वाला कभी किसी चीज का मोहताज नहीं होता। उसकी दीन दुनिया दोनों संवर जाया करती है। कजगांव नगर में आयोजित ईद मिलादुन्नबी के जलसे को वह खिताब कर रहे थे। मौलाना अख्तर ने मां-बाप की अहमियत पर रोशनी डालते हुए कहा कि मां बाप के दिल को दुखाने वाला कभी सुखी नहीं रह सकता। उससे अल्लाह व रसूल दोनों नाराज होते हैं। उन्होंने कहा कि मां के पैरों तले जन्नत है और बाप जन्नत का दरवाजा होते हैं। इंसान को चाहिए कि अपने मां-बाप की खिदमत करे।
मौलाना कयामुद्दी जौनपुरी ने भी अपनी नूरानी तकरीर में क़ुरआन व हदीस पर रोशनी डालते हुए कहा कि मुसलमान को हर बुरे कामों से बचना चाहिए और नमाज व रोजे पर पूरा अमल करे। संचालन करते हुए शायर अकरम जलालपुरी ने कहा कि अपने बेहतरीन शेर-कदम-कदम पे उजाले उतर आयेंगे। तेरे नसीब में तारे उतर आयेंगे।। सहारा बनके निकल घर से बेसहारा का। तेरी मदद को फरिश्ते उतर के आयेंगे।। इस जलसे में शायर शाकिर एहसान आजमी,आरिफ रजा बनारसी, अहमद रजा,हामिद रजा व मखदूम रजा शायरों ने पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब की शान में बेहतरीन नातिया कलाम सुनाकर अकीदत का नज़राना पेश किया।
इस अवसर पर मरकज़ी सीरत कमेटी के सदर सद्दाम हुसैन,नगर पंचायत जफरादबाद चेयरमैन प्रतिनिधि डॉ.सरफराज खान,पत्रकार अब्दुल हक अंसारी को कजगांव चेयरमैन फिरोज अहमद खान ने माल्यार्पण कर व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। कमेटी के कलामुद्दीन,मो.आजम,नौशाद अंसारी,असलम,इकबाल,फैज हाश्मी आदि का जलसे को कामयाब बनाने में योगदान उल्लेखनीय रहा। चार बजे सुबह तक चले जलसे की सदारत कर रहे चेयरमैन फिरोज अहमद खान आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत व खैर मकदम कर आभार प्रकट किया।