रौनक़ ए रमज़ान:- सेवईंयां रिश्तों में मिठास घोलती है

जौनपुर नामा
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अजवद क़ासमी
जौनपुर। इस्लाम धर्म को मानने वाले मुसलमानों का पवित्र माह रमज़ान सम्पन्न होने को है जिसके बाद मुसलमान रोज़ा मुकम्मल करने के पश्चात ईद का त्योहार बड़े हर्ष उल्लास के साथ ईद की नमाज़ अदा करने के बाद मनाएंगे। इसलिये अभी से ही लोग ईद की ख़रीदारियों एवं तैयारियों में लगे हुए हैं जिसकी वजह से बाज़ारो में आम दिनों के अलावा खास तौर पर वर्तमान समय में काफ़ी रौनक़ देखने को मिल रही है। ईद के दिन लोग ख़ास तौर से बड़ी चाह से विशेष रूप से व्यंजन में सेवईंयों का सेवन करते हैं और उस दिन मुख्य रूप से आस पड़ोस एवं रिश्तेदारों के साथ अतिथियों के लिये अपने अपने घरों में दस्तरख्वान पर सेवईयों को परोस कर खातिरदारी के अंजाम को बखूबी निभाते हैं। और एक दूसरे को उपहार के रूप में सेवईयो को देते हैं। क्योंकि ईद का सम्बंध ख़ुशी से है और सेवई का तअल्लुक़ मिठास से है इसलिये इस दिन लोगों को सेवईयां परोसकर मुहं मीठा कराया जाता है। जिससे आपसी तालमेल और रिश्तों की डोर को अधिक बल प्राप्त होता है। 

बता दें ईद के अवसर पर कई प्रकार की सेवइयां हर घरों में बनाई जाती हैं जिसका सेवन मुसलमान ईद की नमाज़ पढ़कर एक दूसरे के घरों पर पहुंच कर ईद की बधाई देते हैं और साथ ही एक साथ मिलकर सेवईयों का भरपूर आनंद लेते हैं। एक शीर खुरमा और दूसरी किमामी सेवई शीर खुरमा को दूध और खोवा के साथ पकाया जाता है जिसका स्वाद लोग काफ़ी पसन्द करते हैं और किमामी सेवई को चाशनी के साथ पकाया जाता है इसके इलावा इसमें चीनी और मेवा का भी उपयोग किया जाता है। इसके इलावा ईद के दिन मुसलमान अन्य कई मीठे पकवान बनाना पसन्द करते हैं जिसके पीछे का कारण केवल रिश्तों में मधुरता एवं मिठास को घोलना है।

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