लखनऊ के इंटीग्रल विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सतीश महाना अध्यक्ष विधान सभा, उत्तर प्रदेश,विशिष्ट अतिथि ब्रिजेश पाठक उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार,शसुरेश कुमार खन्ना कैबिनेट मंत्री वित्त एवं संसदीय कार्य उत्तर प्रदेश सरकार और पद्मश्री प्रोफेसर महेश शर्मा अध्यक्ष (एनएबीएच) नई दिल्ली और कुलपति गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने कार्यक्रम में अपनी प्रतिष्ठित उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम का आरम्भ कुलपति प्रोफेसर जावेद मुस्सर्रत ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए तथा विश्विद्यालय की उप्लभ्धियों को इंगित करते हुए किया और उनकी प्रशंसा की जिन्होंने सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किये।
मुख्य अतिथि सतीश महाना अध्यक्ष विधान सभा उत्तर प्रदेश ने इंटीग्रल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि विश्वविद्यालयों द्वारा शिक्षा और समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने विद्यार्थियों को मृदु भाषी होने की सलाह देते हुए समय की महत्ता को भी समझाया।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो.सैय्यद वसीम अख्तर ने कहा कि इंटीग्रल विश्वविद्यालय ने NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) से A+ रेटिंग प्राप्त की है। इसका श्रेय विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों,कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को जाता है। विशिष्ठ अतिथि बृजेश पाठक,उप मुख्य मंत्री ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर शिक्षा में नंबर एक राज्य बनने की की ओर अग्रसर है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए विशिष्ठ अतिथि सुरेश खन्ना,वित्त मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने इंटीग्रल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि यहाँ के छात्रों और शिक्षकों में पर्याप्त प्रतिभा है और प्रतिबद्धता और नेतृत्व के साथ वे सभी अपना योगदान दे रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि पदम् श्री प्रोफेसर महेश शर्मा, चेयरपर्सन (NABH) नई दिल्ली एवं कुलपति गुरुगोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली ने इंटीग्रल यूनिवर्सिटी की सशक्त भावना की प्रशंसा की छात्रों और शिक्षकों को उनकी प्रतिबद्धता और योगदान के लिए बधाई दी और उन्हें समाज का जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया।
दीक्षांत समारोह में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं पदम् श्री डॉक्टर सभ्य साची सरकार को डी लिट् की मानद उपाधि भी प्रदान की गई। गणमान्य व्यक्तियों ने विश्वविद्यालय के प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया और अनुसंधान नवाचार और शिक्षाशास्त्र के प्रति इसके समर्पण की सराहना की।
समारोह को प्रति-कुलाधिपति प्रो. सैय्यद नदीम अख्तर ने सम्बोधित करते हुए आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की और छात्रों को अपनी मातृ संस्था का गौरव बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
ज्ञात हो की 2023 में विश्वविद्यालय से उल्लेखनीय 2207 स्नातक 931 स्नातकोत्तर 46 डॉक्टरेट 96 स्वर्ण पदक विजेता और 97 रजत पदक विजेता स्नातक हुए। समारोह में यूनिवर्सिटी के न्यूज़लेटर 2023 के विमोचन के साथ इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का स्थापना दिवस भी मनाया गया। अंत में कुलसचिव प्रो.हरिस सिद्दीकी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के बाद शाम को अखिल भारतीय मुशायरा का आयोजन हुआ। वसीम बरेलवी,मंजर भोपाली,डॉ. हरिओम,नवाज देवबंदी,अज़हर इकबाल,फौजिया रबाब,नगमा नूर,फरहत एहसास, हामिद भुसालवी,कविश रुडोलवी,कमर सुरूर, अबरार काशिफ,फाखिर अदीब,सज्जाद झंझट, जहाज देवबंदी,वकार फ़राज़ी जैसे प्रसिद्ध शोरा ने अपने कलाम पेश किये और अपनी शायरी से दर्शकों को लुभाया
संछिप्त विवरण इंटीग्रल विश्वविद्यालय:-
इंटीग्रल यूनिवर्सिटी,शैक्षिक उत्कृष्टता का केंद्र, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ में एक प्रमुख विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना राज्य सरकार द्वारा 2004 के अधिनियम संख्या 9 के तहत की गई थी। विश्वविद्यालय को यूजीसी अधिनियम,1956 की धारा 2 (एफ) और 12 बी, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया,फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया,इंडियन नर्सिंग काउंसिल,काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर,बार काउंसिल ऑफ इंडिया के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विधिवत अनुमोदित किया गया है। इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट,नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन,यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी को NAAC द्वारा A+ द्वारा मान्यता प्राप्त है और भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग द्वारा एक वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (SIRO) के रूप में मान्यता प्राप्त है।