गौराबादशाहपुर के स्थित बेलाल मस्जिद उत्तर मोहल्ला में बीती रात को जलसा ए सीरतुन्नबी व इस्लाह मुआशरा का आयोजन मौलाना अनवार अहमद क़ासमी चेयरमैन जामिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ सरंक्षक के तौर पर इनामुलाह अंसारी,मोहम्मद तैफ़ीक़ अहमद मौजूद रहे,जिसमें मुक़ररीर के रूप में मौलाना अबुज़र मदनी एवं मौलाना असअद तौफ़ीक़ क़ासमी उपस्थित रहे। जलसे की शुरुआत कारी हाफ़िज़ अशहद ने तिलावत ए क़ुरआन से किया और नात ए पाक का नज़राना कारी महमूद बलियावी व हामिद रज़ा ने शिरकत किया।
मौलाना अबुज़र मदनी ने जलसे को खेताब करते हुए कहा कि अल्लाह ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब को पूरे संसार के लिए दूत बनाकर भेजा और उनका संदेश भी पूरी मानवता के लिए है। हमारा दायित्व है कि हम हजरत मोहम्मद साहब की शिक्षा व जीवन से न केवल स्वयं फायदा उठाएं बल्कि उनके बारे में दूसरों को भी परिचित कराएं।
मौलाना अनवार अहमद क़ासमी ने शिक्षा के महत्व पर रौशनी डालते हुए कहा कि शिक्षा के बगैर दुनिया की कोई भी कौम और मुल्क तरक्की नहीं कर सकती है। इसलिए फालतू के कामों को छोड़कर सिर्फ और सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें। मां-बाप के साथ-साथ अध्यापकों की भी यह जि़म्मेदारी है की वह बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दें।
संचालन मौलाना दाऊद आलम ने किया,अंत में कन्वीनर राशिद कमाल,निज़ामुद्दीन ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ अबू अकरम क़ासमी,राहिल अहमद,हाफ़िज़ कमालुद्दीन,हाफ़िज़ ख़ुर्शीद अहमद,ज़हीर अहमद इराक़ी,मोहम्मद आसिफ़ सिद्दीक़ी,सलामुद्दीन अंसारी,अमीक़ अंसारी,अतीक़ अहमद,तौफ़ीक़ अंसारी,मोहम्मद असलम,सुहैल अंसारी,डॉ शफीक अहमद,इफ़्तेख़ार अहमद,मौलाना नईमुद्दीन,नूर मोहम्मद,मोहम्मद अरशद,परवेज़ अहमद,मोहम्मद शाबान,हाजी नज़र अली समेत आदि लोग उपस्थित रहे।