जौनपुर:- शराब के नशे में ई-रिक्शा चालकों द्वारा बच्चों को स्कूल पहुंचाना और छुट्टी हो जाने के बाद उनको घर छोड़ना किसी अनहोनी को लेकर इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। अभिभावक भी ई रिक्शा चालकों की इन हरकतों से पूरी तरह से अनजान हैं। शराब के नशे में धुत होकर ई रिक्शा चलाने वाले यातायात निरीक्षक की भी आंखों में धूल झोंककर सड़क पर धड़ल्ले से आड़े तिरछे तरीकों से चलकर फराटा भर रहे हैं।
बता दें मंगलवार की घटना है शहर के रसूलाबाद मोहल्ला निवासी संजय यादव के साथ उसका मित्र पृथ्वी कश्यप पूरी तरह शराब के नशे में धुत होकर ई रिक्शा लेकर डॉक्टर रिजवी लर्नर्स अकैडमी स्कूल पहुंचा था छुट्टी हो जाने के बाद बच्चों को उनके घर पहुंचाने के लिए निकला इसी दौरान तेज गति में आड़े तिरछे तरीकों से रिक्शा चलाकर स्कूल की तरफ जाते समय राहगीरों ने किसी अनहोनी के भय से दोनों को रोक लिया और मारने पीटने पर उतारू हो गए और घटना की जानकारी करने के लिए देखते ही देखते काफी भीड़ एकत्रित हो गई। इस दौरान अजय कश्यप मौके से भागना चाहा तो स्थानी लोगों ने पड़कर पुलिस को सूचना दे दी।
इतना सब हो जाने के बाद संजय यादव स्कूल से बच्चों को ई रिक्शा पर बैठाकर जैसे ही स्कूल से बाहर कुछ दूरी पर पहुंचा ही था कि स्थानीय लोगों ने उसको रोक लिया और बच्चों को उसके रिक्शा से उतरवा कर दूसरे वाहन से घरों को भेजवाने की सूचना अभिभावकों को दिया। अब सवाल यह उठता है कि शराब के नशे में धुत होकर स्कूलों को बच्चों को ई-रिक्शा चालकों द्वारा घर से लाना और स्कूल से छुट्टी होने पर घर पहुंचना कहां तक उचित है अनजान अभिभावक को क्या मालूम के उनके बच्चों को स्कूल पहुंचाने वाले ई रिक्शा चालकों द्वारा शराब के नशे में धुत होकर ई रिक्शा चलाया जा रहा है जो की तस्वीर में देखने से साफ जाहिर हो रहा है की दोनों किस तरह से शराब के नशे में धुत है।
अब यहां पर यह बता देना अति आवश्यक हो जाता है कि तेज तर्रार यातायात निरीक्षक जीडी शुक्ला और उनकी टीम के हर चौराहों पर मुस्तैदी से ड्यूटी करने वाले जवानों की निगाहों से शराब के नशे में धुत होकर ई रिक्शा चलाने वाले चालक कैसे बच जा रहे हैं यह सोचनी विषय है। इस संबंध में पूछे जाने पर यातायात निरीक्षक जीडी शुक्ला ने बताया कि यातायात माह अभियान चलाया जा रहा है इस दौरान अगर कोई भी नशे की हालत में चालक मिलता है तो उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।