जौनपुर:- पीरान-ए-पीर दस्तगीर हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौस-ए-पाक की ग्यारहवीं शरीफ अकीदत और खुलूस के साथ मनाई गई। फातिहा ख्वानी के बाद मुल्क में अमन चैन की दुआएं मांगी गई। देर रात तक चली जश्ने गौसुलवरा की महफिल में नात पेश कर शायरों ने समा बांध रखा। शुक्रवार की देर शाम को मोहल्ला मंडी नसीब खा निकट भगत सिंह पार्क मास्टर शराफातुल्लाह शफ़ीकी के मकान पर ग्यारहवीं शरीफ का आयोजन डॉक्टर जावेद पप्पू की सरस्पती में किया गया। फातिहा ख्वानी के बाद मुल्क की खुशहाली, सलामती की दुआ कराई गई।
इस अवसर पर हजरत मौलाना कयामुद्दीन अपनी तकरीर मे कहा कि अल्लाह ने पीरान-ए-पीर दस्तगीर हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौस-ए-पाक को गौसियत (वलियों का सरदार) का मुकाम दिया है। गौस पाक के बताए हुए रास्ते पर चलने की नसीहत दी और नमाज़ के बारे में तफसील से बयान किया कहा की नमाज ही हर मसले का हल है पाबंदी ए वक्त के साथ नमाज को हर शख्स को पढ़ना चाहिए हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलेह वसल्लम के बताए हुए रास्ते पर चलकर दुनिया में तरक्की का रास्ता चुने व कौम की भलाई के लिए काम करें।
इस मौके पर नात खवा हसीन जौनपुरी ने नाते नबी का नजराना पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया निजामत मौलाना नबी ने की सलाम का नजराना अंजुमन रशीदिया ने अपने दस्ते के साथ पढ़ा जलसा गौसुल वरा खत्म होने के बाद आए हुए लोगों में तबर्रुक वितरित किया गया इस मौके पर, डा.जावेद,हाजी शमीम एडवोकेट,डॉक्टर हसीन बबलू सभासद,हबीब रहमान,जमशेद अख्तर,हनीफ अंसारी,महताब मंसूरी,जफर शेरू,शकील मंसूरी, लड्डू ,बाबू,ताबिश छोटू आदि लोग उपस्थित रहे आए हुए लोगों का डाo जावेद ने शुक्रिया अदा किया।