जौनपुर। योगी बाबा का पुलिस के लिए सख्त आदेश है कि पत्रकारों से व्यवहार कुशल तरीके से पेश आना चाहिए लेकिन पुलिस है कि योगी बाबा के आदेश की हमेशा किरकिरी करते हुए अपने कर्तव्य का पालन करती नजर आती है जिसका जीता जागता सबूत सोमवार दोपहर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल में देखने को मिला एक पत्रकार को समाचार संकलन करते समय अपनी करतूत को छुपाने के लिए एक मनबढ़ सिपाही ने लाठी से पीट कर लहू-लोहान कर दिया। हालांकि जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने मामला संज्ञान में आते ही पुलिस जवान को लाइन हाजिर कर दिया।
बता दे मामला सोमवार दोपहर लगभग 1 बजे का है। दैनिक तरुण मित्र एवं टी एम न्यूज़ 24 के पत्रकार मोहम्मद उस्मान समाचार कवरेज करते हुए जिला महिला अस्पताल से वापस लौट रहे थे। उसी समय शहर कोतवाली अंतर्गत भंडारी पुलिस चौकी पर तैनात कांस्टेबल मिथिलेश कुमार यादव जिसके बारे में कहा जाता है कि अगर वह किसी बात से नाराज होकर आक्रोशित है तो वो अपने उच्च अधिकारियों की भी बात को नहीं सुनता और अपनी मनमानी करने के बाद ही दम लेता है और उसका यह साथी जवानों के अलावा क्षेत्रीय लोगों में भी कथन हर की जुबान से सुनने को मिलता है कि मेरा एक कदम हमेशा लाइन में रहता है मुझे लाइन हाजिर होने की कोई परवाह नहीं है जब मैं चाहूंगा जिस थाने चौकी पर पोस्टिंग करवा लूंगा और मेरी पहुंच के बारे में काफी संख्या में विभागीय लोग जानते हैं। इन्हीं सब कारणों से मनबढ सिपाही मिथिलेश कुमार यादव अस्पताल में बे तरतीब खड़ी रही बाइकों को और कारों को हटाते हुए आगे बढ़ रहा था। उसी समय पत्रकार उस्मान भी उधर से लौट रहे थे। पत्रकार उस्मान ने समाचार संकलन की गरज से वीडियो बनाते हुए आगे की तरफ बढ़ना शुरू किया। जैसे ही मानगढ़ सिपाही ने पत्रकार को वीडियो बनाते हुए देखा तो वह आग बबूला हो गया और उसका कालर पड़कर बड़ी बेरहमी से लाठी से पीटता हुआ भंडारी चौकी पर ले गया। सिपाही इतना गुस्से में था कि पत्रकार पर लगातार लाठियां बरसाते हुए उसे जान से मारने की धमकी भी देता रहा। भंडारी पुलिस चौकी पर पहुंचने के बाद अन्य सिपाही एवं चौकी प्रभारी तारकेश्वर राय ने बीच बचाव करके सिपाही से पत्रकार उस्मान को बचाया। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में पत्रकार हसैनन कमर दीपू, देवेंद्र खरे, अजीत गिरी, बेलाल जानी, आमिर अब्बासा, इमरान, आदि पत्रकारों के साथ आईबी सिंह भी पीड़ित पत्रकार के पक्ष में थाना कोतवाली पहुंच गए और सिपाही के खिलाफ लिखित प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग किया। इसी बीच जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा को मिली उसी समय उन्होंने कांस्टेबल मिथिलेश कुमार यादव को तत्काल प्रभाव के लाइन हाजिर करते हुए उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया। पत्रकार उस्मान ने देर शाम पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया । पुलिस अधीक्षक ने कहां की मामले की जांच कर सिपाही मिथिलेश कुमार यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।