जौनपुर:- नगर के मोहल्ला शेख़ मोहामिद स्थित दरगाह पर सोमवार को हज़रत शेख़ मोहम्मद फ़ाज़िल शाह र.अ का सालाना उर्स बड़े ही अक़ीदत व मोहब्बत के साथ मौलाना क़ायमुद्दीन,मौलाना शमसुद्दीन,मौलाना नज़ीर,क़ारी अबुल हसन की निगरानी में मनाया गया। जहाँ पर गंगा जमुनी तहज़ीब की अनूठी मिसाल देखने को मिली। उर्स का आग़ाज़ फ़ज्र की नमाज़ के बाद तिलावत ए क़ुरआन से किया गया। ज़ोहर की नमाज़ की बाद लंगर का सिलसिला चला जिसमें ज़ायरीनों ने पूरी अक़ीदत के साथ तबर्रुक लिया।
असर की नमाज़ के बाद जुलूस ए चादर उठायी गयी जो क़दीमी रिवायत के अनुसार बाबू क़ुरैशी के मकान से उठाकर अपने क़दीमी रास्तों से होते हुए दरगाह शरीफ़ पहुंची जहाँ मग़रिब की नमाज़ के बाद मज़ार पर क़ुल शरीफ़ और चादर पोशी व गुल पोशी की गई जिसमें हज़रत फ़ाज़िल शाह से अक़ीदत रखने वाले कांकेर छत्तीसगढ़ से चलकर आए अब्दुल अज़ीज़ ने अपने परिवार के साथ पहली चादर चढ़ाकर परंपरा का निर्वहन किया।इसके बाद उपस्थित ज़ायरीनों ने चादर चढ़ाई फ़ातिहा पढ़ी व मिन्नते मांगी जो सिलसिला देर रात तक चलता रहा। रात को जलसा सीरत उन नबी (स.अ.व.) का आयोजन किया गया जिसमें हज़रत मौलाना क़ायमुद्दीन और रईस उल ख़ैरी ने सीरत पर बयान किया।
उर्स को कामयाब बनाने में इब्राहिम क़ुरैशी,कमरुद्दीन खां,सरफ़राज़ समानी,रफ़ीक़ मंसूरी,मोहम्मद उस्मान,डॉ शकील,रहिमुल्लाह समानी,अज़ीज़ समानी,मोहम्मद इदरीस,बिस्मिल्लाह वारसी ने सहयोग किया। आये हुए मेहमानों का उर्स कमेटी के महासचिव अरशद क़ुरैशी ने शुक्रिया अदा किया। आए हुए मेहमानों का स्वागत कमेटी के अध्यक्ष इब्राहिम कुरैशी ने एवं आभार महासचिव अरशद कुरैशी ने व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संजीव कुमार यादव ने किया।