जौनपुर: आज एम्स नई दिल्ली और डब्ल्यूएचओ की संयुक्त आब्जर्वर टीम ने जिला अस्पताल जौनपुर एवं उमानाथ सिंह स्वशासी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर जौनपुर का निरीक्षण किया और उत्तर प्रदेश शासन एवं एम्स नई दिल्ली सीसैट के मंशा के अनुसार इमरजेंसी विभाग सुदृढ़ीकरण के संबंध में गहन जांच-पड़ताल किया। इस अवसर पर उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय जौनपुर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए० ए० जाफरी ने टीम के साथ जांच में सहयोग प्रदान किया। टीम के इंचार्ज श्री जगदीश चंद्र एवं अन्य के साथ चिकित्सा महाविद्यालय के सदस्य गण एवं जिला चिकित्सालय के सदस्य गण साथ में रहे। श्री जगदीश चंद्र ने इमरजेंसी विभाग,मेडिसिन वार्ड,सर्जिकल वार्ड,ब्लड बैंक एवं अन्य विभागों का निरीक्षण किया उन्होंने वहां उपस्थित चिकित्सक, फार्मेसिस्ट,नर्सेज,व क्लास फोर कर्मचारी गण से भी बातचीत किया।
उन्होंने सभी लोगों को "सतत संजीवनी" कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया जो डब्ल्यूएचओ कोलैबोरेटिंग सेंटर फॉर एमरजैंसी एंड ट्रामा,ऐम्स नई दिल्ली के दिशा निर्देश के अनुसार उत्तर प्रदेश शासन द्वारा चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सालयों में इमरजेंसी विभाग का सुदृढ़ीकरण करने का लक्ष्य है। उपलब्ध संसाधनों एवं मानव संसाधन के अंतर्गत इमरजेंसी विभाग में कार्य क्षमता को बढ़ाया जाना ही लक्ष्य है,जिससे इमरजेंसी एवं ट्रामा के रोगियों की जान को बचाया जा सके।
डॉ ए० ए० जाफरी ने बताया की उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में जौनपुर में अभी इंडोर सेवाएं नहीं शुरू हो पाई हैं,जो जल्द ही निकट भविष्य में शुरू की जाएंगी जिसके अंतर्गत इमरजेंसी विभाग भी शुरू किया जाएगा और इमरजेंसी विभाग में एमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट के संकाय सदस्य एवं सीनियर व जूनियर रेजिडेंट को भेजा जाएगा,जिससे इमरजेंसी विभाग सुचारू रूप से कार्य कर सके और जिला चिकित्सालय पर जो रोगियों का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है वह कुछ कम हो सके।